कहीं आते-जाते,
उठते-बैठते,
उसे लोग मिलते
बात-चीत होती
परिचय आरम्भ होता-
"मेरे पिता अमुक काम करते हैं..."
वह अक्सर सोचता
कि लोग क्यों अपने बारे में बताने से शुरू नहीं करते ?
क्या सम्बन्ध है पिता के व्यवसाय का परिचय से ?
- वह चाहता था उन लोगों से ये सवाल पूछना
और शायद उसे उत्तर मिल भी जाता..
लेकिन
वह इसके आगे सोचना बन्द कर देता,
यह सोचकर कि क्या पता वह भी ऐसा ही करता
अगर उसके भी पिता होते तो...
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©चेतस
०९:५५ अपराह्न, सोमवार, १२ मई २०१४
कोलकाता, पश्चिम बङ्गाल
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