tag:blogger.com,1999:blog-8649860054457870847.post388927688058968169..comments2023-10-04T14:38:55.571+05:30Comments on उन्मेष …: माँ की उपमा तो केवल माँ ही रहती हैअर्यमन चेतस पाण्डेयhttp://www.blogger.com/profile/15427185873094948562noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8649860054457870847.post-22070007994543175572014-07-31T14:11:49.308+05:302014-07-31T14:11:49.308+05:30माँ का स्थान कोई नहीं ले सकता
माँ की यादों में आ...माँ का स्थान कोई नहीं ले सकता <br /><br />माँ की यादों में आँख डूब भिंगोती सुन्दर रचना कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8649860054457870847.post-12798201392328666552014-07-31T09:37:13.406+05:302014-07-31T09:37:13.406+05:30हाँ, बचपन की यादें बन कर भी कभी-कभी
माँ मेरी आँखों...हाँ, बचपन की यादें बन कर भी कभी-कभी<br />माँ मेरी आँखों से भी बहती रहती है<br /> मां की यादें आँखें भिगो गयी<br /> भावमय कविता<br /> आशीर्वाद़्निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.com